ऊधमसिंह नगर जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। पिछले डेढ़ साल से ट्रांसपोर्टरों को ना केवल लूटा जा रहा है। बल्कि, उनको पीटा भी जा रहा है। वाहनों की फिटनेस का काम एक परम बिल्डर नाम की कंपनी को दिया गया है। ट्रांसपोर्टर को पीटने के लिए कंपनी वालों ने बाकायदा बाउंसर रखे हुए हैं। फिटनेस के नाम पर होने वाली लूट का विरोध करने पर कई लोगों के साथ मारपीट हो चुकी है। ट्रांसपोर्टरों पर रंगदारी और जान से मारने जैसी धाराओं में मुकदमें दर्ज हो चुके हैं।
ऊधमसिंह नगर जिले के रुद्रपुर में परिवहन विभाग का फिटनेस सेंटर बंद है। यहां एक प्राइवेट सेंटर चल रहा है। ट्रांसपोर्टरों से उस फिटनेस के लिए 10 हजार से लेकर 25 हजार रुपये तक की घूस ली जा रही है। आरोप है कि फिटनेस सेंटर पर खुलेतौर पर यह कहा जाता है कि यहां से पैसा ऊपर तक जाता है। फिटनेस सेंटर तक वाले यहां तक कहते हैं कि किसी के पास भी चले जाओ, हमारा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता।
यह आलम तक है, जबकि फिटनेस सेंटर पर परिवहन विभाग के अधिकारी भी वहां मौजूद रहते हैं। सवाल यह है कि आखिर वो ऊपर वाला कौन है, जिसके दम पर लूट की जा रही है। लोगों से वसूली की जा रही है। लोगों का कहना है कि जो लोग मुख्यमंत्री से शिकायत करने की बात से भी नहीं डरते हैं, ऐसे लोगों पर किसका हाथ हो सकता है?
लालपुर फिटनेस सेंटर के खिलाफ ट्रांसपोर्टरों ने अब लड़ाई का मन बना लिया है। उनका कहना है कि अगर जल्द इस पर कार्रवाई नहीं की जाती है तो 22 अगस्त से आंदोलन किया जाएगा। ट्रांसपोर्टरों का कहना है कि वाहनों की फिटनेस के नाम की जा रही लूट से उनको आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ रहा है। एक मामला हाईकोर्ट तक भी पहुंचा था।
ट्रांसपोर्टरों का यह भी आरोप है कि जिस कंपनी परम बिल्डर को काम दिया गया है, वो लोग उत्तराखंड के ही नहीं है। ऐसे में बाहरी लोगों को फिनेस का ठेका देकर स्थानीय लोगों को प्रताड़ित किया जा रहा है। ट्रांसपोर्टरों में कई भाजपा के कार्यकर्ता भी हैं, उनका कहना है कि सरकार को इस पर सख्त एक्शन लेना चाहिए।