रुद्रपुर: मुख्यमंत्री राहत कोष के नाम पर कमीशन मामले में अनसुनी आवाज की खबर का बड़ा असर हुआ है। अनसुनी आवाज ने खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। तहसील प्रशासन ने 5 हजार के चेक के बदले 3 हजार रुपये की कमीशन मांगने का मामला सामने आने के आद आनन-फानन में भगवान दास की पत्नी आशा देवी के नाम 5000 हजार रुपये का चेक बनाया गया, जिसमें तारीख ही नहीं लिखी गई थी।
बिना तारीख वाले चैक बैंक स्वीकार नहीं करता
बिना तारीख वाले चैक को बैंक स्वीकार नहीं करता है। हमाने अपनी खबर में इस बात को भी प्रमुखता से प्रकाशित किया था। उसका संज्ञान लेते हुए प्रशासन ने आशा देवी और भगवान दास से अप्लिकेशन लिखवाकर चेक वापस ले लिया है। भगवान दास और उनका परिवार इससे बेहद परेशान है।
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सरकारी सिस्टम ने परेशान कर दिया
उनका कहना है कि उनको सरकारी सिस्टम ने परेशान कर दिया है। पहले बिना डेट का चेक दिया गया है और उसे वापस ले लिया गया है। उनका कहना है कि उनके लिए ये छोटी से मदद आफत बन गई है। भगवान दास ने बताया कि तहसील के चक्कर काटकर थक चुके हैं।
ये था मामला
मुख्यमंत्री राहत कोष के नाम पर पांच हजार रुपये के चेक के नाम पर तीन हजार रुपये की कमीशन लेने का मामला सामने आया था। मुख्यमंत्री राहत कोष से स्वीकृत 5 हजार रुपये के चेक पर 3 हजार रुपये कमीशन मांगने वाले के मामले में पुलिस ने राजस्व विभाग के अधिकारी की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था, इस मामले में अब तक दो गिरफ्तारियां हो चुकी हैं।