कविता ऋचा गौतम की कविताएं Ansuni Awaaz May 4, 2024 0 Share this post on:ऋचा गौतम की कविताएं गाँव का पुराना घर बाट जोहता है किसी अपने का।। पिछली बारिश में चू रही थी छत इस बारिश आँगन के दीवार में आ गई है दरार कभी छोटी-सी छत पर बारी-बारी सारे अनाज सुखा लेती थी माँ, अब वहाँ उगते हैं, सूखते हैं, झरते हैं सालों भर खर-पतवार।।
कविता नानी की राजकुमारी Ansuni Awaaz May 3, 2024 0 Share this post on:नमिता सचान सुंदर लखनऊ, उत्तर प्रदेश
कविता सुकून को न मिला गाँव Ansuni Awaaz May 3, 2024 0 Share this post on:प्रतिभा पांडेय ‘प्रति’ चेन्नई, तमिलनाडु
कविता फिलिस्तीन Ansuni Awaaz January 17, 2024 0 Share this post on:बच्चों की डबडबाई आँखों मेंजिंदा रहने के ख्वाबों का कत्ल करने वालेये मजहब और हथियारइक रोज पूरी दुनिया निगल जाएंगे।वे सैनिकखुद पर फभ करने लायक […]
कविता समाज! Ansuni Awaaz January 16, 2023 0 Share this post on:समाज! न आपकी कामयाबी परहमेशा ताली पीटता हैऔरन ही, आपकी मुफ़लिसी परहमेशा सहानुभूति प्रकट करता है••• समाज!आपका मखौल,बेरोकटोक हमेशा उड़ा सकता हैबहुत सतत और निर्मम […]