समाज! Posted on January 16, 2023January 16, 2023 by Ansuni Awaaz Share this post on: समाज! न आपकी कामयाबी परहमेशा ताली पीटता हैऔरन ही, आपकी मुफ़लिसी परहमेशा सहानुभूति प्रकट करता है••• समाज!आपका मखौल,बेरोकटोक हमेशा उड़ा सकता हैबहुत सतत और निर्मम होकर। -रूपेश कुमार सिंह
कविता अनुभूति Ansuni Awaaz April 7, 2022 0 Share this post on:कविता••• *अनुभूति* कहने पर तुम्हारे बारंबार/भरोसा जताने पर, उतरा था मैं तलाशने को खूबसूरत सत्य! दर्द को बर्दाश्त करो समर्पण को महसूस करो जीवन […]
कविता ऋचा गौतम की कविताएं Ansuni Awaaz May 4, 2024 0 Share this post on:ऋचा गौतम की कविताएं गाँव का पुराना घर बाट जोहता है किसी अपने का।। पिछली बारिश में चू रही थी छत इस बारिश आँगन के दीवार में आ गई है दरार कभी छोटी-सी छत पर बारी-बारी सारे अनाज सुखा लेती थी माँ, अब वहाँ उगते हैं, सूखते हैं, झरते हैं सालों भर खर-पतवार।।