आरजी कर अस्पताल कोलकाता में एक मेडिकल छात्र की सामूहिक बलात्कार और हत्या के खिलाफ पूरा देश सड़कों पर है। नई दिल्ली में निर्भया कांड के समय पर भी पूरे देश में आक्रोश है। मुजफ्फरपुर के पारु थाना क्षेत्र के गोपालपुर गांव में नाबालिग लड़की की हत्या हुई थी।7 दिन पहले चौर में नाबालिग लड़की का शव मिला था।
बिहार के मुजफ्फरनगर में नौवीं में पढ़ने वाली एक चौदह साल की बच्ची को दबंग लोग रेप करेंगे के ऐलान के साथ घर से जबरन उठाकर ले गए। उन्हें कोई रोक नहीं सका।उन्होंने बेबस लडकी के साथ सामूहिक बलात्कार किया।उसके स्तन काट दिए और उसके गुप्तांग पर चाकुओं से पचास वार किए। उसकी फिर हत्या कर दी।
अधेड़ उम्र के संजय राय ने लालू छपरा की नाबालिग लड़की का अपहरण कर उसके साथ न केवल जघन्य तरीके से रेप किया था, बल्कि उसकी नृशंसता से हत्या भी कर दी थी। हत्यारे ने लड़की को मारने से पहले नाबालिग पीड़ित लड़की के साथ घिनौना और क्रूर व्यवहार भी किया था।
इस दरिंदगी की खबर भी बनी।लेकिन कोलकाता और दिल्ली की घटनाओं की तरह न बिहार में और न बाकी देश में कोई हलचल हुई।क्योंकि पीड़िता दलित थी। इस देश में दलित और आदिवासी स्त्रियों के साथ देश के हर हिस्से में ऐसी दरिंदगी होती है और मामला रफा दफा हो जाता है। भद्र सुशील समाज की सारी संवेदना ऐसी स्त्रियों के लिए सूख जाती है। क्यों?
इस बीच मुजफ्फरपुर पुलिस ने नाबालिग लड़की हत्याकांड के मुख्य आरोपी संजय राय को गिरफ्तार भी कर लिया। पुलिस कई दिनों से संजय यादव की तलाश कर रही थी। इससे पहले मुजफ्फरपुर पुलिस ने शनिवार को नाबालिग लड़की की हत्या के मुख्य आरोपी संजय राय की संपत्ति कुर्क किया है।
पुलिस के हवाले से मीडिया में छपी खबरों में कहीं संजय यादव तो कहीं संजय राय को मुख्य अभियुक्त बताया गया है। नाम में घालमेल अभियुक्त को बचाने का खेल भी हो सकता है। या संजय यादव और संजय राय दोनों अपराध में शामिल थे।आरोपी संजय राय के घर परबुलडोजर चल गया। इस दौरान वहां भीम आर्मी और बीएसपी के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में जुटे और आरोपी को फांसी देने की मांग करते रहे। इस दौरान पुलिस एक्शन लगातार जारी रहा।
- एफआईआर दर्ज है। गिरफ्तारी भी हुई। फिरभी विरोध की आवाजें कहां हैं?
- क्या दलित, आदिवासी और अल्पसंख्यक स्त्रियां किसी की बेटी नहीं होती?
- क्या हम सिर्फ भद्र समाज की स्त्रियों की सुरक्षा की बात करते हैं, हाशिए के समाज की नहीं?
गिरफ्तारी हुई अभियुक्त की,लेकिन पुलिस कह रही है कि बलात्कार नहीं हुआ और न ही गुप्तांग में कोई चोट पोस्ट मार्टम रिपोर्ट में है। यह मामला रफा दफा आसानी से हो रहा है क्योंकि बिहार के इन दलितों के साथ पक्ष विपक्ष का कोई राजनीतिक दल नहीं है। क्या न्याय राजनीति का मोहताज है? अब पुलिस का बयान देख लीजिए।
मुजफ्फरपुर पुलिस ने 17 अगस्त, 2024 दिन शनिवार को नाबालिग लड़की की हत्या के मुख्य आरोपी संजय राय की संपत्ति कुर्क किया है। एसएसपी के अनुसार, संजय राय के खिलाफ कोर्ट से वारंट लिया गया था। आरोपी संजय राय पर लड़की के परिवार के सदस्यों ने इस हफ्ते की शुरुआत में उसे घर से उठाने का आरोप लगाया था।
एसएसपी राकेश कुमार ने लड़की की हत्या मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट की जानकारी दी थी। उन्होंने बताया था कि नाबालिग के साथ रेप नहीं हुआ था, और प्राइवेट पार्ट में कोई इंजरी भी नहीं मिली थी। एसएसपी ने कहा था कि यह मामला प्रेम प्रसंग में हत्या का लग रहा है। लड़की के शरीर पर चाकू और खुरपी के कई बड़े जख्म मिले थे। वहीं उसका स्तन भी काट दिया गया था।