महुआ मोइत्रा की सांसदी फिर खत्म होगी?

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टीएमसी की तेज तर्रार सांसद महुआ मोइत्रा राष्ट्रीय राजनीति का बड़ा और चर्चित चेहरा बनती जा रही हैं। अपनी पार्टी की प्रमुख ममता बनर्जी की तर्ज पर महुआ भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर जमकर आक्रामक हैं। 18वीं लोकसभा में दिए महुआ के भाषण ने देशभर में जमकर वाह वाही लूटी है। नरेन्द्र मोदी को ललकारते हुए अंदाज में महुआ ने बातों ही बातों में बहुत कुछ कह दिया, जिसे वे पिछली संसद में 8 दिसंबर 2023 से अपने निलंबन के बाद मुंह में दवाये बैठीं थीं। उन्होंने नरेन्द्र मोदी को उनसे न डरने और पूरी बात सुनने की व्यांग्यात्मक टिप्पणी भी की।

टीएमसी का बड़ा चेहरा बनी चुकी महुआ मोइत्रा

महुआ महिला नेत्री के तौर पर अपनी पार्टी टीएमसी का सबसे बड़ा चेहरा बन चुकी हैं। पश्चिम बंगाल में लोग महुआ को देश की ममता बनर्जी के नाम से भी पुकारने लगे हैं। नरेन्द्र मोदी द्वारा चुनाव में इस्तेमाल किए गए शब्दों पर भी महुआ ने खूब कटाक्ष किया। मुसलमान से लेकर मंगलसूत्र तक पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बात कही, लेकिन मणीपुर पर कभी भी मोदी एक शब्द नहीं बोले, इसपर महुआ ने सदन में जोरदार स्पीच रखी जिसकी देशभर में आज भी चर्चा है।

मुसीबत में फंसती हुई नजर आ रही महुआ

अपनी बेवाक टिप्पणी के चलते महुआ मोइत्रा एक बार फिर मुसीबत में फंसती हुई नजर आ रही हैं। राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा की शिकायत पर दिल्ली पुलिस ने महुआ के खिलाफ 7 जुलाई को धारा 79 के तहत मुकदमा दर्ज किया है। यदि इस मामले में कानूनी रूप से महुआ हारती हैं तो एक बार फिर उनकी संसदीय सदस्यता खत्म हो सकती है।

मुकदमा दर्ज हो गया

रेखा शर्मा हाथरस काण्ड पीड़ित महिलाओं से मिलने गयी हुई थीं। उनके पीछे एक व्यक्ति छतरी लेकर चल रहा था। जिस पर तंज कसते हुए महुआ ने कहा कि रेखा अपने वॉस का पायजामा पकड़ने में व्यस्त हैं। हालांकि बाद में महुआ ने यह पोस्ट हटा दी, लेकिन उनके खिलाफ मुकदमा तो दर्ज हो ही गया है।

संसद सदस्यता गंवानी पड़ी थी

17वीं लोकसभा में भी महुआ को अपनी संसद सदस्यता गंवानी पड़ी थी। भाजपा सांसद निशिकान्त दुबे ने महुआ पर पैसे लेकर सवाल पूछने का आरोप लगाया था। बिजनसमैन दर्शन हीरानंदानी ने एफिडेविट में बताया था कि महुआ ने उन्हें पार्लियामेंट्री लॉगिन आईडी दी थी। मामला लोकसभा की एथिक्स कमेटी के पास गया। महुआ के निश्कासन पर वोटिंग हुई और इसके बाद महुआ की सदस्यता खत्म कर दी गयी। 18 वीं लोकसभा में वे फिर से टीएमसी के टिकट पर पश्चिम बंगाल के कृष्णानगर से चुनाव जीतकर संसद पहुंची हैं। इस बार महुआ पहले से ज्यादा मुखर होकर मोदी सरकार के खिलाफ बोल रही हैं। संसद से लेकर सड़क तक, मीडिया से लेकर सोशल मीडिया तक महुआ जमकर बयानबाजी कर रही हैं।

शांतनु ठाकुर पर गंभीर आरोप लगाय

केन्द्रीय मंत्री व भाजपा सांसद और बंगाली मतुआ संप्रदाय के प्रमुख शांतनु ठाकुर की पोल भी अभी कुछ रोज पहले महुआ ने खेली हैं। महुआ ने शांतनु ठाकुर पर गंभीर आरोप लगाये हैं। महुआ का कहना है कि केन्द्रीय मंत्री ने बीएसएफ को आदेश दिया कि उनके द्वारा जारी पासधारक को बीफ ले जाने की इजाजत दी जाए। महुआ ने शांतनु ठाकुर का आफिशियल लेटरहेड की फोटो शेयर की है। इस लेटरहेड पर उत्तर 24 परगना के जियारूल गाजी के द्वारा तीन किलो बीफ ले जाने का पास है। यह मामला इन दिनों पश्चिम बंगाल में सुर्खियों में है।

अमेरिका में बैंकर की नौकरी छोड़कर राजनीति में आई

49 वर्षीय महुआ मोइत्रा इस समय टीएमसी का नेशनल चेहरा बन चुकी हैं। 2009 में महुआ अमेरिका में बैंकर की नौकरी छोड़कर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से राजनीति में आयी थीं। 2010 में उन्होंने टीएमसी ज्वाइंन की। 2016 में नदिया सीट से महुआ पहली बार विधायक बनी। 2019 में कृष्णानगर से सांसद चुनी गयीं। 2022 के विधानसभा चुनाव में टीएमसी की ओर से महुआ को गोवा चुनाव के लिए पार्टी का प्रभारी बनाया गया।

2024 में महुआ फिर से सांसद

2024 में महुआ फिर से सांसद चुनी गयी। अब वे टीएमसी के विस्तार के लिए पूरे देश में लांच की जा रही हैं। राजनीति में बने रहने के लिए चर्चा में बना रहना जरूरी है। इस बात को महुआ बेहतर से समझती हैं, शायद इसलिए ही वे आक्रामक होकर सदन से सड़क तक सरकार को ललकार रही हैं। देखिए आगे-आगे होता है क्या? क्या टीएमसी निखर पाएगी या महुआ मोइत्रा देश की नेता बन पाएगीं? बने रहिए अनसुनी आवाज के साथ।

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