साक्षात्कार – विवेकानन्द विश्वास

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मैं बांग्ला भाषा बोलता हूँ, इसलिए बंगाली हूँ: विवेकानन्द विश्वास -रूपेश कुमार सिंह         विवेकानन्द विश्वास पूर्वी पाकिस्तान के खुलना, बरिशाल, फरीदपुर […]


साक्षात्कार –
रोहिताश्व मल्लिकः (तराई में बसे रिफ्यूजी बंगालियों में पहले ग्रेजुएट)

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दिनेशपुर क्षेत्र में तीन चरणों में बसे विस्थापित बंगालियों के छत्तीस गाँव: रोहिताश्व -रूपेश कुमार सिंहरोहिताश्व मल्लिक‘‘तराई में बंगालियों के बसने के साथ ही सही […]

 उत्तराखण्ड में ‘आप’ को तीसरे विकल्प नहीं, मोर्चे की ओर बढ़ना चाहिए

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-रूपेश कुमार सिंह आम आदमी पार्टी 2022 में उत्तराखण्ड में विधानसभा चुनाव लड़ेगी। अरविन्द केजरीवाल की इस घोषणा के साथ ही राज्य में राजनीतिक सरगर्मी […]

प्रेम क्षणिका 

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                      इंसान  ‘मुसलमान’  नहीं हो तुम  मुझे पता है,  मैं नहीं हूँ   ‘हिन्दू’   तुम्हें पता […]

 इतनी कमजोर ख्याति काहे है आपकी? सांसद अजय भट्ट जी!

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-झुंझलाहट में पत्रकारों को निशाना बनाने से बेहतर होगा, अपनी सरकार का मूल्यांकन करो -रूपेश कुमार सिंह संसद अजय भट्ट जी!  आपकी प्रतिष्ठा, ख्याति और […]

 तराई में बसे रिफ्यूजी बंगाली समाज की आपबीती

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-नारायण चन्द्र मण्डल बांग्ला देश में एक तालाब से पानी पीते थे हिन्दू-मुसलमान: नारायण चन्द्र मण्डल -रूपेश कुमार सिंह नारायण चन्द्र मण्डल खुलना डिस्टिक का […]

 तराई में बसे बंगाली रिफ्यूजी समाज की आपबीती

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भाग-6 मुसलमानों के अत्याचार से विवश होकर छोड़ी मातृभूमिः क्षीरोद चन्द्र मण्डल -रूपेश कुमार सिंह ‘‘भोर में उठकर ही हम गुल्ली-डंडा लेकर माठ (मैदान) पहुँच […]


 तराई में बसे बंगाली रिफ्यूजी समाज की आपबीती

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भाग-7 पूर्वी पाकिस्तान में उच्चजातियों ने मुसलमानों से कम नहीं किया नमोःशूद्रों का शोषणः शिवनाथ विश्वास -रूपेश कुमार सिंह पूर्वी पाकिस्तान (अब बांग्लादेश) के कुष्टिया […]

 तराई में बसे बंगाली रिफ्यूजी समाज की आपबीती

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भाग- आठ रिफ्यूजी कैम्प में बंगाली शरणार्थियों को कर्मपंगु बनाया सरकार नेः शंकर चक्रवर्ती -रूपेश कुमार सिंह शंकर चक्रवर्ती भारत-पाक विभाजन के बाद पूर्वी पाकिस्तान […]


 बिजनौर कथा- भाग दो

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आलती बूढ़ीः 15 साल की उम्र में सिमट गयी जिन्दगी -रूपेश कुमार सिंह धर्मनगरी बंगाली कालोनी, बिजनौर की रहने वाली आलती बूढ़ी तकरीबन सत्तर साल […]