हरियाणा कुश्ती के लिए भी मशहूर है। उसी हरियाणा के झज्जर की 22 साल की बेटी मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक में दूसरा मेडल भी जीतकर इतिहास रच दिया है। मनु भाकर के मेडल से उत्तराखंड का भी नाम जुड़ा है। मनु भाकर के कोच गोल्डन बॉय स्टार निशानेबाज जसपाल राणा हैं। राणा ही मनु को निशानेबाजी के गुर सिखा रहे हैं।
10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम इवेंट में मेडल जीता
ओलंपिक 2024 में मनु भाकर और सरबजोत सिंह ने भारत के लिए 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम इवेंट में कमाल का प्रदर्शन किया। दोनों एथलीट ने भारत के लिए ब्रॉन्ज मेडल जीतकर चौथे दिन की शुरुआत काफी अच्छी की है। इसी के साथ भारत के नाम अब ओलंपिक 2024 में कुल दो मेडल हो गए हैं।
अभी अन्य कई खेलों में अभी मेडल की उम्मीद
दोनों ही मेडल ब्रॉन्ज हैं। हालांकिए भारत को अभी अन्य कई खेलों में अभी मेडल की उम्मीद है।
12 सालों के बाद शूटिंग में एक बार फिर से भारत का सुनहरा दौर वापस लौट गया है। इसके पीछे मनु भाकर का रोल काफी अहम रहा। भारत के साथ-साथ मनु भाकर के लिए भी 30 जुलाई का दिन ऐतिहासिक रहा। मनु भाकर ने मेडल जीतने के साथ ही एक बहुत बड़ा रिकॉर्ड बना डाला है।
मनु भाकर ने बनाया रिकॉर्ड
हरियाणा की एथलीट मनु भाकर ने ओलंपिक 2024 में दो दिन के अंदर दो मेडल जीते। उन्होंने खेल शुरू होने के दूसरे दिन यानी कि 28 जुलाई को महिलाओं के 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। इसके दो दिन के बाद यानी कि 30 जुलाई को मनु भाकर ने अपना दूसरा मेडल 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम इवेंट में जीता। यह भी ब्रॉन्ज मेडल था। इन दोनों मेडल के साथ मनु ने इतिहास रच डाला। वह भारत के लिए एक ओलंपिक में दो मेडल जीतने वाली पहली खिलाड़ी बन गई हैं।
ऐतिहासिक उपलब्धि
हालांकि, इससे पहले नॉर्मन प्रिचर्ड ने 1900 ओलंपिक में 200 मीटर स्प्रिंट और 200 मीटर बाधा दौड़ में दो रजत पदक जीते थे, लेकिन यह उपलब्धि स्वतंत्रता-पूर्व युग में आई थी। 1900 ओलंपिक का आयोजन भी पेरिस में ही किया गया था। मनु भाकर ने भारत के लिए 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम इवेंट में कमाल कर दिखाया है और देश के लिए दूसरा मेडल जीता है। इस मेडल के साथ ही उन्होंने इतिहास भी रच दिया है।