कोरोना डायरी पिछले दिनों मेरे कस्बे के एक लाला जी गुजर गये। बुजुर्ग थे, पर इस दुनिया को अलविदा कहने की नौबत तो नहीं थी […]
Author: Ansuni Awaaz
बदचलन!हाँ, मैं बदचलन हूँ उठने-बैठने हँसने-रोने नाचने-गानेलिखने-पढ़नेसोने-जागनेकहने-सुनने खाने-पीनेसोचने-समझनेबोलने-खामोश रहने/औरमेरी हर हरकत में दिखेगा तुम्हेंमेरा बदचलन होनालड़कियों से मिलने-जुलनेसड़क पर चलने-थिरकनेगलतियों पर रोकने-टोकनेइंसानियत के लिए मरने-मिटनेसही के लिए लड़ने-भिड़नेप्रेम के […]