पश्चिम बंगाल में पांच दिन (भाग-एक)

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कोलकाता यात्रा से……भाग-एक पश्चिम बंगाल में पांच दिन -रूपेश कुमार सिंह वातावरण देखकर भी आदमी खामोशी लाद लेता है, कतई चूं…चां…नहीं। सब कुछ शान्त….शान्त….बिल्कुल शान्त। […]

पश्चिम बंगाल में पांच दिन (भाग-दो)

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कोलकाता यात्रा से……भाग-2 पश्चिम बंगाल में पांच दिन – रूपेश कुमार सिंहतमगे और देशी-विदेशी पुरस्कारों को शो केस में रखने के बजाये बंद करके अखबारों और […]

पश्चिम बंगाल में पांच दिन (भाग – तीन

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कोलकाता यात्रा से……भाग-3 पश्चिम बंगाल में पांच दिन -रूपेश कुमार सिंहमस्ती की बात, प्यार की बातदुनिया-जहान, जज्बात की बातसमाज की बात, राजनीति की बातज्ञान-विज्ञान की, […]

पश्चिम बंगाल में पांच दिन (भाग – चार)

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कोलकाता यात्रा से……भाग-4 पश्चिम बंगाल में पांच दिन –रूपेश कुमार सिंहजितनी भीषण गर्मी, इंसानी स्वभाव उतना ही कूल। लेकिन यही गर्मी जब राजनीतिक रंग लेती […]

उत्तराखण्ड में एन0 आर0 सी0…..

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तीन पुश्तें मर-खप गयीं, लेकिन रहोगे घुसपैठिया ही-रूपेश कुमार सिंह ‘‘जन्मजात भारत के नागरिक हैं,’’ कह देना ही पर्याप्त नहीं होगा। नागरिकता साबित करने के […]

त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2019

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ग्राम स्वराज की मजबूती से दूर हो रहे हैं पंचायत चुनाव : पंचायत तीसरी सरकार बनने के बजाय केन्द्र और राज्य सरकार की एजेंसी बनकर […]

प्रत्याशी कौन है?

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-महेन्द्र ‘आज़ाद’ गांव अब गांव नहीं रहेजात-पात में बंट गयेमन्ख्यात की बात क्या करेंभाई भाई को लूट गयेपंच-प्रधान ठेकेदार हो गयेमक्कार, बेईमान और अय्याश हो […]


त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव: बुनियादी मुद्दों पर क्यों नहीं होती चर्चा?

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गांव के मुद्दों से बेखबर हैं प्रत्याशी, विकास का रोल माॅडल नहीं है किसी के पास पावर और पैसे का बोलबाला, शक्ति प्रदर्शन व अराजकता […]

पगलू और पगली (कहानी)

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कहानी पगलू और पगली –रूपेश कुमार सिंह (1) ‘‘कहाँ गायब हो गए…?’’ जवाब न आने पर पगली ने उखड़ते हुए पगलू के मोबाइल पर मैसेज […]

बंगाली समाज को कब तक गुमराह करते रहेंगे मंत्री जी???

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–एन. आर. सी.  छोड़ो, बंगालियों को एस. सी. का दर्जा कब दिलवा रहे हो, यह बताओ? -रूपेश कुमार सिंह     भोली-भाली जनता को बरगलाना, भरमाना […]